झपना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झपना ^१पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] झपने या मुदनेवाली वस्तु । पलक । उ॰—अगमपुरी की सँकरी गलियाँ अड़बड़ हैं चलना । ठोकर लगी गुर ज्ञान शब्द की उघर गए झपना ।—कबीर॰ श॰ भा॰ १, पृ॰ ६७ ।
झपना ^२ क्रि॰ अ॰ [अनु॰]
१. (पलकों का ) गिरना । (पलकों का) बंद होना ।
२. (आँखे) झपकना या बंद होना । झुकना ।
३. लज्जित होना । झेंपना । झिपना ।