झल्लिका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. देह पोंछने का कपड़ा । अँगोछा । २. शरीर का वह मैल जो उबटन आदि लगाने, किसी चीज से मलने या पोछने से निकले । ३. दीप्ति । प्रकाश । ४. सूर्य की किरणों का तेज ।