झालि
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
झालि ^१ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ झड़] पानी की झड़ी । भाल । उ॰— झालि परे देन अथए अंतर पर गइ सांझ । बहुत रसिक के लागाते वेश्या रहिगै बाँझ ।—कबीर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰— छाना ।— पड़ना ।
झालि ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] एक प्रकार की काँजी जो कच्चे आम को पीसकर उसमें राई नमक और सूनी हींग मिलाकर बनाई जाती है ।—झरी ।