झिड़की संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ झिड़कना] १. वह बात जो झिड़ककर कही जाय । डाँट । फटकार । क्रि॰ प्र॰—देना ।—मिलना ।—सुनना । २. झिड़कने की क्रिया या भाव ।