झुलसना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]झुलसना ^१ क्रि॰ अ॰ [सं॰ ज्वल + अंश]
१. किसी पदार्थ के ऊपरी भाग या तल का इस प्रकार अंशतः जल पाना कि उसका रंग काला पड़ जाय । किसी पदार्थ के ऊपरी भाग का अधजला होना । झौंसना । जैसे,— यह लड़का अँगीठी पर गीर पड़ा था इसी से इसका सारा हाथ झुलम गया ।
२. बहुत अधिक गर्मी पड़ने के कारण किसी चीज के ऊपरी भाग का सूखकर कुछ काला पड़ जाना । जैसे,— गरमी के दिनों में कोमर पौधों की पत्तियाँ झुलस जाती हैं । संयो॰ क्रि॰ — जाना ।
झुलसना ^२ क्रि॰ स॰
१. किसी पदार्थ के ऊपरी भाग या तल को इस प्रकार अंशतः जलाना कि उसका रंग काला पड़ जाय और तल खराब हो जाय । झौंसना । जैसे— उन्होंने जानबूझ कर अपना हाथ झुलस लिया ।
२. अधिक गरमी से किसी पदार्थ के ऊपरी भाग को सुखाकर अधजला कर देना । जैसे,— आज दोपहर की धूप ने सारा शरीर झुलसा दिया । संयो॰ क्रि॰ — ड़ालना ।—देना । मुहा॰— मुँह झुलसना = देखो 'मुँह' के मुहावरे ।