झूठमूठ क्रि॰ वि॰ [हिं॰ झूठ +अनु॰ मूठ] बिना किसी वास्तविक आधार के । झूठे ही । यों ही । व्यर्थ । जैसे,—उन्होंने झूठमूठ एक बात बनाकर कह दी ।