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झेरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

झेरा पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰ झेर?]

१. झंझट । बखेड़ा । झेर । उ॰— (क) जीव की जनम का जीवक आप ही आपले झानि झेरा ।— दादू (शब्द॰) । (ख) दीपक मैं धरयो बारि देखत भुज भए चारि हारी हौ धरति करत दिन दिन को झेरो ।— सूर (शब्द॰) । (ग) सुंदर बाही बचन है जामहिं कछू विबेक । नातरु झेरा मैं परयो बोलत मानो भेक ।— सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ७२६ ।

२. छोटा सोता । फिरी । थौड़े पानीवाला । गढ़ा । †

३. समूह । झुंड़ ।