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टकटका

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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टकटका पु † ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ टक या सं॰ त्राटक] [स्त्री॰ टकटकी] स्थिर दृष्टि । टकटकी । उ॰—सुनि सो बात राजा मन जागा । पलक न मार टकटका लागा ।—जायसी (शब्द॰) ।

टकटका ^२ वि॰ स्थिर या बँधी हुई (द्दष्टि) । उ॰—रूपासक्त चकोर कवक करि पावक को खात कन । रामचंद्र को रूप निहारत साधि टकाटक तकन ।—देवस्वामी (शब्द॰) ।