टकुवा पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ तर्कुक, प्रा॰ तक्कुअ] दे॰ 'टकुआ' । उ॰— टिकुली सेंदुर टकुवा चरखा दासी ने फरमाया ।—कबीर॰, श॰, भा॰ ४, पृ॰ २५ ।