टंकना ^१ क्रि॰ अ॰ दे॰ [हिं॰ टाँकना] दे॰ 'टँकना' ।
टंकना पु ^२ क्रि॰ स॰ [?] टंकना । आवृत करना । उ॰—बढ्ढैन सील कठि छीन ह्वै लज्ज मान टंकनि फिरै ।—पृ॰ रा॰, २५ ।९६ ।