टटुवा पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰ टट्टू] दे॰ 'टट्टू' । उ॰—काहै का टटुवा काहे का पाखर काहे का भरी गौनियाँ ।—कबीर श॰, भा॰ १, पृ॰ २२ ।