टरना
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]टरना ^१ † क्रि॰ स॰ [हिं॰ टलना] दे॰ 'टलना' । उ॰—(क) तृण से कुलिस कुलिस तृण करई । तासु दूत पग कहु किमि टरई ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) उस विचारि सोचहि मति माता । सो न टरइ जो रचह विधाता ।—तुलसी (शब्द॰) ।
टरना ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] तेली के कोल्हू में ठेका और कतरी से बँधी हुई रस्सी ।