टलाटली † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'टालटूल' । उ॰—पति रति की बतियाँ कहीं, सखी लखी मुसकाइ । कै कै सबै टलाटली, अली चली सुखु पाइ ।—बिहारी र॰, दो॰ २४ ।