टेव

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

टेव संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ टेक] अभ्यास । आदत । ज्ञान । स्वभाव । प्रकृति । उ॰—(क) सुनु मैया याकी टेव लरन की, सकुच बेचि सी खाई ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) तुम तो टेव जानतिहि ह्वै हा तऊ मोहि कहि आवै । प्रात उठत मेरे लाल लडै़तहिं माखन रोटी भावै ।—सूर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।