टौंस
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]टौंस संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ तमसा]
१. एक छोटी नदी जो अयोध्या के पश्चिम से निकलकर बलिया के पास गंगा में मिलती है । विशेष—रामायण में लिखी हुई तमसा यही है जहाँ बन को जाते हुए रामचंद्र जी ने अपना डेरा किया था तथा जिससे आगे चलकर गोमती और गंगा पडी़ थीं । बालकांड के आदि में तमसा के तट पर वाल्मीकि के आश्रम का होना लिखा है । अयोध्याकांड में प्रयाग से चित्रकूट जाते हुए भी रामचंद्र को वाल्मीकि का आश्रम मिला था पर वहाँ तमसा का कोई उल्लेख नहीं है । इससे संभव है कि वाल्मीकि दो स्थानों पर रहे हों ।
२. एक नदी जो मैहर के पास कैमोर पहाड़ से निकलकर रीवाँ होती हुई मिर्जापुर और इलाहाबाद के बीच गंगा से मिलती है । विशेष—इस नदी के तट पर वाल्मीकि का एक आश्रम बतलाया जाता है जो संभवतः उस आश्रम को सूचित करता हो जिसका उल्लेख अयोध्याकांड में है ।
३. एक नदी जो जमुनोत्री पहाड़ से निकलकर टेहरी और देहरादून होती हुई जमुना में जा मिली है ।