ठगोरी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठगोरी पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठग + बौरी] ठगों की सी माया । मोहित करने का प्रयोग । मोहिनी । सुधबुध भुलानेवाली शक्ति । टोना । जादू । उ॰—(क) जानहु लाई काहु ठगोरी । खन पुकार खन बाँधे बैरी ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) दसन चमक अधरन अरुनाई देखत परी ठगोरी ।—सूर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—डालना ।—पड़ना ।—लगना ।—लगाना ।