ठड़ा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठड़ा † वि॰ [सं॰ स्थातृ] खड़ा । दंडायमान । यौ॰—ठड़िया ब्यौहार = वह सामाजिक व्यवहार जिसमें रुपयों का लेन देन न होता हो । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।