ठनठन क्रि॰ वि॰[अनुध्व॰] धातुखंड़ के बजने का शब्द ।
ठनठन गोपाल संज्ञा पुं॰ [अनुध्व॰ ठनठन + गोपाल ( = कोई व्यक्ति)] १. छूँछी और निःसार वस्तु । वह वस्तु जिसके भीतर कुछ भी न हो । २. खुक्ख आदमी । निर्धन मनुष्य । वह व्यक्ति जिसके पास कुछ भी न हो ।