ठनठन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठनठन क्रि॰ वि॰[अनुध्व॰] धातुखंड़ के बजने का शब्द ।

ठनठन गोपाल संज्ञा पुं॰ [अनुध्व॰ ठनठन + गोपाल ( = कोई व्यक्ति)]

१. छूँछी और निःसार वस्तु । वह वस्तु जिसके भीतर कुछ भी न हो ।

२. खुक्ख आदमी । निर्धन मनुष्य । वह व्यक्ति जिसके पास कुछ भी न हो ।