ठपोरना क्रि॰ स॰ [हिं॰ ठप ठप अनुध्व॰] थपथपाना । ठोकना । उ॰—जन दरिया बानक बना गुरू ठपोरी पूठ ।—दरिया॰ बानी, पृ॰ १६ ।