ठसका

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठसका संज्ञा पुं॰ [अनुध्व॰]

१. वह खाँसी जिसमें कफ न निकले और गले से ठन ठन शब्द निकले । सूखी खाँसी ।

२. ठोकर । धक्का । क्रि॰ प्र॰—खाना ।—मारना ।—लगना ।