ठहरौनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठहराना, पुं॰ हिं॰ ठहरावनी] १. विवाह में लेन देन का करार । २. किसी भी प्रकार का पारस्परिक करार या निश्चय ।