ठाँयँ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ठाँयँ ^१ संज्ञा पुं॰ स्त्री॰, [सं॰ स्थान, प्रा॰ ठाण]
१. स्थान । जगह । ठिकाना । विशेष—दे॰ 'ठाँव' ।
२. समीप । निकट । पास । उ॰—जिन लगि निज परलोक बिगारयो ते लजात होत ठाढ़े ठाँय ।—तुलसी (शब्द॰) ।
ठाँयँ ^२ संज्ञा पुं॰ [अनुध्व॰] बंदूक छूटने का शब्द । जैसे,—ठाँय से गोली मार दो ।
ठाँयँ ठाँयँ संज्ञा स्त्री॰ [अनुध्व॰]
१. लगातर बंदूक छूटने का शब्द ।
२. रगड़ा । झगड़ा । उ॰—खैर अब इस ठाँयँ ठाँयँ से क्या मतलब ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ७७ ।