ठाकुरी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठाकुर + ई (प्रत्य॰)] ठकुराई । स्वामित्व । आधिपत्य । शासन । उ॰—बिस्नु की ठाकुरी दीख जाई ।—कबीर॰ श॰, ४. पृ॰ १५ । (ख) जम के जसूस बिनय जस सों हमेशा करैं तेरी ठाकुरी को ठीक नेकु न निहारो है ।—पद्माकर (शब्द॰) ।