ठाठर ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] [स्त्री॰ ठाठरी] ढाँचा । ठठरी । उ॰— पाए बीरा जीव चलावा । निकसा जिव ठाठरी पड़ावा ।— कबीर सा॰, पृ॰ ५६३ । दे॰ 'ठाटर' ।
ठाठर ^२ संज्ञा पुं [देश॰] नदी में वह स्थान जहाँ अधिक गहराई के कारण बाँस या लग्गी न लगे ।—(मल्लाह) ।