ठाढ़ेश्वरी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठाढ़ेश्वरी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ठाढ़ सं॰ ईशवर + ई (प्रत्य॰)] एक प्रकार के साधु जो दिन रात खड़े रहते हैं । वे खड़े ही खड़े खाते पीते तथा दीवार आदि का सहारा लेकर सोते हैं ।