ठिठुरन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठिठुरन संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठिठरना] ठिठरने या ठरने का भाव । जाड़े की अधिकता से अंगों की सिकुड़न । ठरन । उ॰— दर व दीवार सब बरफ ही और बरफ और ठिठुरन इस कयामत की ।—सैर॰, पृ॰ १२ ।