ठिन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठिन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थिति ( = स्थान)] स्थान । स्थल । उ॰— पाँच पचीस एक ठिन आहैं, जुगुति ते एइ समुझाव ।—जग॰ श॰, भा॰ २, पृ॰ २० ।

ठिन † ^२ संज्ञा पुं॰ [अनुध्व॰] छोटे बच्चों के द्वारा रह रहकर रोने की ध्वनि की तरह उत्पन्न आवाज । मुहा॰—ठिन ठिन करना = रोने की सी ध्वनि करना । रह रह कर धीरे धीरे रुदन का प्रयास करना । (स्त्री॰) ।