ठिवना पु † क्रि॰ स॰ [सं॰ स्थापय, प्रा॰ ठव्व] ठोंकना । उ॰— सिषराल वंस दूजो सिषर उरस ठिवंतो आवियो ।—शिखर॰, पृ॰ ७७ ।