ठीक
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ठीक वि॰ [सं॰ स्थितिक या देश॰]
१. जैसा हो वैसा । यथार्थ । सच । प्रमाणिक । जैसे,—तुम्हारी बात ठीक निकली ।
२. जैसा होना चाहिए वैसा । उपयुक्त । अच्छा । भला । उचित । मुनासिब । योग्य । जैसे,—(क) उनका बर्ताव ठीक नहीं होता । (ख) तुम्हारे लिये कहना ठीक नहीं है । मुहा॰—ठीक लगना = झला जान पड़ना ।
३. जिसमें भूल या अशुद्धि न हो । शुद्ध । सही । जैसे,—आठ में से तुम्हारे कितने सवाल ठीक हैं ?
४. जो बिगड़ा न हो । जो अच्छी दशा में हो । जिसमें कुछ त्रुटि या कसर न हो । दुरुस्त । अच्छा । जैसे,—(क) यह घड़ी ठीक करने के लिये भेज दो । (ख) हमारी तबीयत ठीक नहीं है । यौ॰—ठीक ठाक ।
५. जो किसी स्थान पर अच्छी तरह बैठे या जमे । जो ढीला या कसा न हो । जैसे,—यह जूता पैर में ठीक नहीं होता । मुहा॰—ठीक आना = ढीला या कसा न होना ।
६. जो प्रतिकूल आचरण न करे । सीधा । सुष्ठु । नम्र । जैसे,— (क) वह बिना मार खाए ठीक न होगा । (ख) हम अभी तुम्हें आकर ठईक करते हैं । मुहा॰—ठीक बनाना = (१) दंड देकर सीधा करना । राह पर लाना । दुरुस्त करना । (२) तंग करना । दुर्गति करना । दुर्दशा करना ।
७. जो कुछ आगे पीछे, इधऱ उधर या घटा बढ़ा न हो । जिसकी आकृति, स्थिति या मात्रा आदि में कुछ अंतर न हो । किसी निर्दिष्ट आकार, परिमाण या स्थिति का । जिसमें कुछ फर्क न पड़े । निर्दिष्ट । जैसे,—(क) हम ठीक ग्यारह बजे आवेंगे । (ख) चिड़िया ठीक तुम्हारे सिर के ऊपर है । (ग) यह चीज ठीक वैसी ही है । मुहा॰—ठीक उतरना = जितना चाहिए उतना ही ठहरना । जाँच करने पर न घटना न बढ़ना । जैसे,—अनाज तौलने पर ठीक उतरा ।
८. ठहराया हुआ । नियत । निश्चित । स्थिर । पक्का । तै । जैसे, काम करने के लिये आदमी ठीक करना, गाड़ी ठीक करना, भाड़ा ठीक करना, विवाह ठीक करना । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । यौ॰—ठीक ठीक ।
ठीक ^२ क्रि॰ वि॰ जैसे चाहिए वैसे । उपयुक्त प्रणाली से । जैसे, ठीक चलना, ठीक पौंड़ना । उ॰—(क) यह घोड़ा ठीक नहीं चलता । (ख) यह बनिया ठीक नहीं तौलता ।
ठीक ^३ संज्ञा पुं॰
१. निश्चय । ठिकाना । स्थिर और असंदिग्ध बात । पक्की बात । दृढ़ बात । जैसे,—उनके आने का कुछ ठीक नहीं, आवें या न आवें । यौ॰—ठीक ठिकाना । मुहा॰—ठीक देना = मन में पक्का करना । दृढ़ निश्चय करना । उ॰—(क) नीके ठीक दई तुलसी अवलंब बड़ी उर आखर दू की ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) कर विचार मन दीन्हीं ठीका । राम रजायसु आपन नीका ।—तुलसी (शब्द॰) । विशेष—इस मुहावरे में 'ठीक' शब्द के आगे 'बात' शब्द लुप्त मानकर उसका प्रयोग स्त्रीलिंग में होता है ।
२. नियति । ठहराव । स्थिर प्रबंध । पक्का आयोजन । बंदोबस्त । जैसे,—खाने पीने का ठीक कर लो, तब कहीं जाओ । यौ॰—ठीक ठाक ।
३. जोड़ । मीजान । योग । टोटल । मुहा॰—ठीक देना, ठीक लगाना = जोड़ निकालना । योगफल निश्चित करना ।
ठीक रास्ते से हटाना ।
४. भुलाना । भटकाना । उ॰— पाप कै मोटरी बाम्हन भाई । इन सबही जग को बगदाई ।—पलटू॰, भा॰ ३, पृ॰ ९१ ।