ठीका
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ठीका संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ठीक]
१. कुछ धन आदि के बदले में किसी के किसी काम को पूरा करने का जिम्मा । जैसे, मकान बनवाने का ठीका, सड़क तैयार करने का ठीका ।
२. समय समय पर आमदनी देनेवाली वस्तु को कुछ काल तक के लिये इस शर्त पर दूसरे को सुपुर्द करना कि वह आमदनी वसूल करके और उसमें से कुछ अपना मुनाफा काटकर बराबर मालिक को देता जायगा । इजारा । क्रि॰ प्र॰—देना ।—लेना ।—पर लेना ।