ठोड़ी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ठोड़ी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ तुण्ड] चेहरे में ओठ के नीचे का भाग जो कुछ गोलाई लिये उभरा होता है । ठुड्डी । चिबुक । दाढ़ी । मुहा॰—ठोड़ी पर हाथ धरकर बैठना = चिंता में मग्न होकर बैठना । ठोड़ी पकड़ना, ठोड़ी में हाथ देना = (१) प्यार करना । (२) किसी चिढ़े हुए आदमी को स्नेह का भाव दिखाकर मनाना । मीठी बातों से क्रोध शांत करना । ठोड़ी तारा = सुंदर स्त्री की ठुड्डी पर का तिल या गोदना ।