ठोर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ठोर ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार मिठाई या पकवान जो मैदे की मोयनदार बढा़ई हुई लोई को घी में तलने और चाशानी में पागने से बनता है । वल्लभ संप्रदाय के मंदिरों में इसका भोग प्रायः लगता है ।
ठोर † ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ तुण्ड] चोंच । चंचु । उ॰—कँटिया दूध देवै नहिं कबहीं ठोर चलावै गोंछी ।—सं॰ दरिया, पृ॰ १२७ ।