डाबर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]डाबर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ दभ्र (= समुद्र या झील )]
१. नीची जमीन । गहरी भूमि जहाँ पानी ठहरा रहे ।
२. गड़ही । पोखरी । तलैया । गड्ढा जिसमें बरसाती पानी जमा रहता है । उ॰— (क) सुरसर सुअग बनज वनचारी । डावर जोप कि हंसकुमारी ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) ओ मैं वरवि कहों विधि केहीं । डावर कमठ की मंदर मेहीं ।—तुलसी (शब्द॰) ।
३. हाथ धोने का पात्र । चिलमची ।
४. मैला पानी ।
डाबर ^३ वि॰ मटमैला । गदला । कीचड़ मिला । उ॰— भूमि परद भा डबर पानी ।— तुलसी (शब्द॰) ।