ढकोसना क्रि॰ स॰ [अनु॰ ढक ढक] एकबारगी पीना । बहुत खानापीना । जैसे,— इतना दूध मत ढकोस लो कि कै हो जाय । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—लेना ।