ढराना † क्रि॰ स॰ [हिं॰] १. दे॰ 'ढालना' । उ॰— खैंचि खराद चढ़ाए नहीं न सुढार के ढारनि मध्य ढराए ।—सरदार (शब्द॰) । २. दे॰ 'ढरकाना' ।