ढ़ड्ढा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ठाट] १. ढाँचा । अंगों की वह स्थूल योजना जो किसी वस्तु की लचना के प्रारंभ में की जाती है । क्रि॰ प्र॰—खड़ा करना । २. आडंबर । दिखावट का सामान । झूठा ठाट बाट । क्रि॰ प्र॰— खड़ा करना ।