ढाठा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ डाढ़ी] दे॰ 'ढाटा' । उ॰— चारों ने खाना खाया और ढाठे बाँधा, बाँधकर तलवारें लटकाकर चले ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ४४ ।