ढिसरना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढिसरना पु † क्रि॰ अ॰ [सं॰ घ्वंसन]

१. फिसल पड़ना । सरक पड़ना ।

२. प्रवृत्त होना । झुकना । ड़॰— उक्ति युक्ति सब तबहीं बिसरै । जव पड़ित पढ़ि तिय पै ढिसरै ।—निश्चल (शब्द॰) ।

३. फलों का कुछ कुछ पकना ।