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ढीठ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ढीठ वि॰ [सं॰ धृष्ट , प्रा,॰ ढिट्ठ]

१. वह जो गुरुजनों के सामने ऐसा काम करे जो अनुचित हो । बड़ों का संकोच या डर न रखनेवाला । बड़ों के सामने अनुचित स्वच्छदता प्रकट करनेवाला । बेअदव । शोख । उ॰— बिनु पूछे कछु कहउँ गोसाई । सेवक समय न ढीठ ढिठाई ।—तुलसी (शब्द॰)

२. किसी काम को करने में उसके परिणाम का भय न करनेवाला । ऐसे कामों में आगा पीछा न करनेवाला जिनसे लोगों का विरोध हो । अनुचित साहस करनेवाला । बिना डर का । उ॰— ऐसे ढीठ भए हैं कान्हा दघि गिराय मटकी सब फोरी ।— सूर (शब्द॰) ।

३. साहसी । हिम्मतवर । हियाववाला । किसी बात से जल्दी न डर जानेवाला ।