ढुरकना

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढुरकना पु † क्रि॰ अं॰ [हिं॰ ढार]

१. लुढ़कना । फिसलकर सरकाना या गिरना । उ॰— लोग चढ़ी अति मोहन की गति मोह महा गिरि तें ढुरकी ।—देव (शब्द॰) ।

२. झुकना । उ॰— संग में सईस तें रईस तें नफीस बेस, सीस उसनीस बना बाम ओर दुरकी ।—गोपाल (शब्द॰) ।

३. ढरकना । टपकनों । बहना ।