ढेँढ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ढेँढ † ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰]
१. कौवा ।
२. एक नीच जाति जो मरे जान वरों का मांस खाती है । उ॰—माँस खाँय ते ढेढ़ सब मद पीवै सी नीच ।— कबीर (शब्द॰) ।
३. मूर्ख । मुढ़ । जड़ ।
ढेँढ ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ तुण्ड, हिं॰ ढोंढ़] कपास आदि का डोडा । ढोंढ । उ॰— सेमर सुवना सेइए दुइ ढेंरे, की आस ।— कबीर (शब्द॰) ।