तंतरी पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ तंत्री] वह तारवाले बाजे बजाता हो । उ॰— आयो दुसह बसंत री कंत न आए बीर । जन मन बेधत तंतरी मदन सुमन के तीर ।— श्रृ॰ संत॰ (शब्द॰) ।