तक्षशिला

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तक्षशिला संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] एक बहुत प्राचीन नगरी का नाम जो भरत के पुत्र तक्ष की राजधानी थी । विशेष—विद्वानों का मत है कि प्राचीन काल में इसके आसपास के प्रेदश में तक्षक लोगों का राज्य था, इसलिये इस नगरी का नाम भी तक्षशिला पड़ा था । महाभारत में लिखा है कि यह स्थान गाँधार में हे । अभी हाल में यह नगर रावलपंडी के पास जमीन खोदकर निकाला गया है । वहाँपर बहुत से बोद्ध मंदिर और स्तूप भी पाए गए हैं । महाभारत में लिखा है कि जनजेजय ने यहीं सर्पयज्ञ किया था । सिकदंर जिस समय भारत में आया था, उस समय यहाँ के राजा ने उसे अपने यहाँ ठहराया था और उसका बहुत आदर सत्कार किया था । कुछ समय तक उसके आस पास का प्रदेश अशोक के शासन में था । अनेक यूनानी और चीनी यत्रियों ने तक्षशिला के वैभव और विस्तार आदि का बहुत अच्छा वर्णन किया है । बहुत दिनों तक यह नगरी पश्चिम भारत का प्रधान विद्यापीठ थी । दूर दूर से यहाँ विद्यार्थी आते थे । चाणक्य यहीं का था ।