तङ्ग
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
तंग ^१ संज्ञा पुं॰ [फा़॰] घोड़ों की जीन कसने का तस्मा । घोड़ों की पेटी । कसन ।
तंग ^२ वि॰
१. कसा । दृढ़ ।
२. आजिज । दुखी । दिक । विकल । हैरान । मुहा॰— तंग आना, तंग होना = घबरा जाना । थक जाना । तंग करना = सतान । दुःख देना । हाथ तंग होना = पल्ले पैसा न होना । धनहीन होना ।
३. सँकंरा । संकुचित । पतला । चुस्त । संकीर्ण । ओछा । छोटा । सिकुड़ा हुआ । सकेत । उ॰— कहै पदमाकर त्यों उन्नत उरोजन पै तंग अँगिया है तनी तनिन तनाइकै ।— पद्माकर ग्रं॰, पृ॰ १२६ ।