तत्सम संज्ञा पुं॰ [सं॰] भाषा में व्यवहृत होनेवाला संस्कृत का वह शब्द जो अपने शुद्ध रूप में हो । संस्कृत का वह शब्द जिसका व्यवहार भाषा में उसके शुद्ध रूप में हो । जैसे,—दया, प्रत्यक्ष, स्वरूप, सृष्टि आदि ।