तपस
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तपस ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. चंद्रमा ।
२. सूर्य ।
३. पक्षी ।
तपस ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ तपस्] तप । तपस्या । उ॰— न्याय, तपस, ऐश्वर्य में पगे, ये प्राणी चमकीले लगते । इस निदाघ मरु में सूखे से, स्रोतों के तह जैसे जगते ।—कामायनी, पृ॰ २७० ।
तपस † ^३ संज्ञा पुं॰ तपस्वी ।