तपाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ तपना] १. बहुत अधिक गर्मी, आग, धूप आदि की सहायता से गरम करना । तप्त करना । २. संतप्त करना । दुःख देना । क्लेश देना । ३. तप करके शरार को कष्ट देना । तप करने में शरीर को प्रवृत्त करना ।