तरद्दुद संज्ञा पुं॰ [अ॰] सोच । फिक्र । अँदेशा । चिंता । खटका । उ॰—एक कमरे तक सीमित रहने पर भी आने जानेवाले यात्रियों और मुझे भी तरद्दुद रहता ।—किन्नर॰, पृ॰ ५९ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । मुहा॰—तरद्दुद में पड़ना = चिंता में पड़ना ।