तरब

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तरब संज्ञा पुं॰ [हिं॰ तरपना, तड़पना] सारंगी में वे तार जो ताँत के नीचे एक विशेष क्रम से लगे रहते हैं और सब स्वरों के साथ गूँजते हैं ।