तरेरना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तरेरना क्रि॰ स॰ [सं॰ तर्ज (= डाटना) + हिं॰ हेरना(=देखना)] आँखों को इस प्रकार करना जिससे क्रोध या अप्रसन्नता प्रकट हो । दृष्टि कुपित करना । आँख के इशारे से डाँट बताना । दृष्टि से असम्मति या असंतोष प्रकट करना । उ॰—सुनि लछिमन बिहँसे बहुरि नयन तरेरे राम ।— मानस, १ । २७८ । विशेष— कर्म के रूप में इस शब्द के साथ आँख या उसके पर्यायवाची शब्द आते हैं ।